
जिस तरीके से लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम से जुड़ रहे हैं उसी इस तरह फेसबुक भी लोगों की जिंदगी का हिस्सा बनता जा रहा है ।
हम लोग ना जाने कितनी बार भी एप्स खोलते हैं लेकिन 2025 में एक खबर आपको परेशान कर देगी।
अब नहीं होंगे फेसबुक और इंस्टाग्राम फ्री-
ऐसे में आप भी जानना चाहते होंगे कि इस बात में कितनी सच्चाई है क्या अब सच में पैसे देने होंगे क्या आम आदमी का मनोरंजन बंद होने वाला है आज हम अपने ब्लॉग में बताएंगे सच्चाई

कब से शुरू हुई चर्चा-
जब 2025 की शुरुआत हुआ था तब से ही खबर सामने आने लगी थी कि मेटा जो फेसबुक और इंस्टाग्राम का कंपनी है अब वह लोगों से पैसे लेगा सब्सक्रिप्शन के तौर पर।
इससे आम लोगों में यह भ्रम फैल गया कि अब सच में पैसे देने होंगे ।
क्या सच में अब आपको फेसबुक और इंस्टाग्राम को पैसे देने होंगे-
हां और नहीं भी फेसबुक और इंस्टाग्राम को आप अब भी फ्री इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन आप फेसबुक पर चल रही विज्ञापन को नहीं देखना चाहते हैं तो आप मंथली पैसे देकर उसे हटवा सकते हैं,
मतलब अगर आप फेसबुक को ऐड फ्री देखना चाहते हैं तो अब आपको पैसे देने ही होंगे|
क्या है फेसबुक का मकसद-
फेसबुक के अनुसार यह जो बदलाव किया जा रहा है या यूरोपीय यूनियन के नए डाटा प्राइवेसी कानून के कारण बदलाव किए गए हैं,
कंपनी यह कहना चाहती है कि हम अपनी यूजर को विकल्प देंगे अगर उनका मन होगा तो वह जरूर लेंगे |
फेसबुक का का कहना है कि यह कानून यूजर कि निजता को ध्यान में रखकर बनाया गया है।

क्या भारत में लागू होगा-
अब तक तो भारत में कोई पेड़ सब्सक्रिप्शन का ऑप्शन नहीं आया है लेकिन अगर यह मॉडल यूरोप और अमेरिका में सफल होता है तो इसे 2025 के अंत तक भारत में लागू कर दिया जाएगा।
फेसबुक जानता है कि भारत एक बड़ा डिजिटल मार्केट है इसीलिए मेट फ्री वाला विकल्प भी दे सकता है।
अगर आप सब सब्सक्रिप्शन लेते हैं तो क्या मिलेगा –
अगर आप फेसबुक का सब्सक्रिप्शन लेते हैं तो इसमें आपको कुछ फीचर्स मिलेंगे अगर आप बेसिक में बेड प्लान 499 मा का लेते हैं
तो आप विज्ञापन मुक्त और ब्राउजिंग प्रीमियम प्लान लेते हैं जो 799 का है उसमें आपको ऐड फ्री प्लस बेहतर प्राइवेसी कंट्रोल प्लस एक्स्ट्रा फीचर्स मिलेगा।
यह प्लान आप अपनी मर्जी से चुन सकते हैं कि फेसबुक में आपको ऐड देखना है या नहीं ।
कितना सही होगा या कदम-
- आपको विज्ञापन नहीं देखने पड़ेंगे।
- स्क्रीन पर काम रुकावट होगा।
- बच्चों को कोई अवैध ऐड नहीं देखने को मिलेगा।
- यूजर की निजता का सम्मान किया जाएगा।
नुकसान क्या होने वाला है इससे– आई एम यूजर जो भी है उनके लिए यह खर्चा बढ़ाने वाला है।
- गरीब और ग्रामीण लोग इसे दूर जा सकते हैं।
- सोशल मीडिया का फ्री एक्सेस खत्म हो जाएगा।
क्या आम आदमी पर भी इसका कोई असर होने वाला है –
भारत जैसे देश में जहां लगभग 373.2 मिलियन फेसबुक और 413.85 मिलियन इंस्टाग्राम की यूजर हैं।
और लगभग 95% फ्री यूजर है यहां पर पेट मॉडल थोड़ा मुश्किल होगा, हालांकि कुछ यूजेस स्पीड मॉडल को चुन सकते हैं, ताकि फोकस्ड एक्सपीरियंस मिल सके।
लेकिन जो आम यूजर हैं उनके लिए फ्री वर्जन ही सही होगा क्योंकि फ्री वर्जन में भी लगभग वही सुविधा मिलेगी।

क्या हमको अभी कुछ करना चाहिए-
नहीं अभी भारत जैसे देश में यह मॉडल लागू नहीं हुआ है लेकिन जब भी यह पेड़ मॉडल भारत में आएगा यूजर्स को नोटिफिकेशन के माध्यम से पता चल जाएगा तब आप यह तय कर लेना कि पेड सब्सक्रिप्शन लेना है या नहीं ।
निष्कर्ष-
अब आप समझ चुके होंगे की फेसबुक और इंस्टाग्राम पूरी तरीके से पेड वर्जन नहीं होने वाला है, यह आपके लिए अनिवार्य नहीं होगी आपको विकल्प के तौर पर मिलेगा इसमें आपको डिसाइड करना है कि आपको फ्री वर्जन चलना है या पेड वर्जन।