
अगर आपके पास दो फोन है और आप अलग-अलग पासवर्ड रखे थक गए हैं तो यह खबर आपके लिए है|
अब 2025 में धीरे-धीरे पासवर्ड का युग खत्म होने वाला है अब टेक्नोलॉजी पासवर्ड से आगे बढ़कर ज्यादा स्मार्ट और सुरक्षित होने जा रही है आज हम आपको बताएंगे कि पासवर्ड क्यों खत्म होने वाला है|

पासवर्ड क्यों हो रहे हैं आउडडेटेड-
पासवर्ड ऑनलाइन दुनिया का सबसे पहले से ही हिस्सा है लेकिन अब इसके साथ कई समस्या होने लगी है|
कमजोर पासवर्ड- लोग बहुत आसान पासवर्ड रखते हैं जो आसानी से गैस किया जा सकता है जैसे ही 12345678 या @1234567,
रिपीट पासवर्ड- लोग एक ही पासवर्ड कई जगह इस्तेमाल करते हैं जिससे हैकिंग का खतरा बढ़ जाता है|
फिशिंग अटैक- अब ईमेल या वेबसाइट के जरिए पासवर्ड चुराना आसान हो गया है,
पिछली डाटालिक्स- कहीं-कहीं बार लाखों लोगों के पासवर्ड लीक हो चुके हैं,
यही कारण है कि अब कंपनी अपना पासवर्ड का सिस्टम चेंज करने जा रही है|
पासवर्ड के बदले आ रही है यह नई टेक्नोलॉजी अब बताते हैं कि स्मार्ट और सुरक्षित तरीका क्या होने वाला है
बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन-
आपको ही आपका पासवर्ड बनाएगा यह आपके चेहरे को देखकर बनाया गया आपकी आवाज को सुनकर बनाएगा,
उदाहरण- फेस आईडी आईफोन एंड्राइड,
फिंगरप्रिंट स्कैनर, फोन लैपटॉप एटीएम,
फायदे क्या होने वाले इस तरीके के सिक्योरिटी में आपको, पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं है,
लेकिन चुनौतियां क्या है- अगर आपकी डिवाइस से डाटा लीक होता है जो बायोडाटा होता है तो उसे उसे बदला नहीं जा सकता है |

पासकी टेक्नोलॉजी–
पासकी टेक्नोलॉजी क्या है, यह एक प्रकार का क्रिप्टो ग्राफ चाबी होती है जो आपके फोन या लैपटॉप में होगी यह तभी रिस्टोर होगी जब उसे सिर्फ आप अनलॉक करते हैं जैसे बायोमेट्रिक से|
पासकी वर्सेस पासवर्ड- पासकी को आपको किसी के सामने टाइप करने की जरूरत भी नहीं होगी,
जिससे आपका पासवर्ड को कोई और नहीं देख सकता है यह हैकिंग से भी सुरक्षित मानी जा रही है गूगल Apple यह सब कंपनी पहले से ही इस पर काम कर रही है|
टू फैक्टर और मल्टी फैक्टर-
यह सिर्फ पासवर्ड ही नहीं है यह अतिरिक्त स्टेप है जैसे ओटीपी फोन की अनुमति उदाहरण जीमेल लॉगिन,
करते समय ओटीपी का मांगना है या फिर बैंक अप में टू स्टेप वेरिफिकेशन का चलवाना है यह सब सुरक्षा को बढ़ाता है|
भविष्य में एम एफ ए आ रहा है जो डिवाइस या बायोमेट्रिक पर आधारित होगा इससे और भी सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा

मैजिक लिंक, क्या है मैजिक लिंक
जब आप किसी वेबसाइट में लोगों करते हैं तब आपको एक ईमेल या एसएमएस लिंक भेजा जाता है,
जब आप उसे लिंक पर क्लिक करते हैं तो आप सीधा लॉगिन हो जाते हैं,
उदाहरण- Notion, Medium, जैसे कहीं वेबसाइट इस तकनीक को पहले से इस्तेमाल कर रही है।
फायदा क्या है- पासवर्ड को याद रखने की जरूरत नहीं है ईमेल फोन का ही एक्सेस चाहिए बस लोगिन करने के लिए।
व्यवहार आधारित सिक्योरिटी-
कैसे काम करेगी यह- यह आपकी टाइपिंग पैटर्न को देखेगी और आपके फोन स्क्रीन पर उंगली घुमाने के तरीकों को दिखेगा इस तरीके से यह सब मिलकर एक यूनिक प्रोफाइल तब आप लोगों हो जाएंगे,
उदाहरण- कुछ बैंक ऐसे सिक्योरिटी का इस्तेमाल करना शुरू कर चुके हैं ,
यह तकलीफ अगर ए के साथ मिल जाती है तो और भी पावरफुल हो जाएगी|

क्या पासवर्ड का खत्म होना तय है-
अगर 2025 में पासवर्ड पूरी तरीके से खत्म ना हो लेकिन ज्यादातर कंपनियां इसका इस्तेमाल करना बंद कर देंगे,
अब तक तो गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसे कंपनी इस दिशा में काम करना चालू भी कर चुकी है आने वाले सालों में यह तकनीकी आम हो जाएगी|
आपकी तैयारी क्या होनी चाहिए-
*आप अपनी सभी अकाउंट में 2FA/ MFA ऑन करें.
*आप अब पासकी सपोर्ट साइट्स पर नए लॉगिन तरीका अपनाएं|
* आप अपनी फेस आईडी या फिंगरप्रिंट लोगों कोई पहली प्राथमिकता दें|
*आप मैजिक लिंक या ओटीपी लॉगिन वाले एप्स को ट्राई कर सकते हैं

निष्कर्ष-
पासवर्ड सिक्योरिटी अब बहुत पुराना हो चुका है 2025 में नई-नई टेक्नोलॉजी आ चुके हैं अब हमारी पहचान का तरीका भी बदल जाएगा ।
Nice work