
लोकतांत्रिक देश में हर 5 साल में चुनाव होते रहते हैं एनडीए ने लगातार तीसरी बार विजय हासिल की और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्र को लेकर चर्चा काफी हो चुक है
इसीलिए 2019 के चुनाव में अगला भारत का प्रधानमंत्री कौन बनेगा या फिर मोदी जी एक बार सत्ता में आएंगे यहां कोई नई चेहरे को मौक मिलेगा देश का बागडोर संभालने के लिए आज हम यही चर्चा करेंगे इस ब्लॉग में।
राजनीतिक परिदृश्य 2019 का –
जब अगला चुनाव होगा तब उसे समय नरेंद्र मोदी जी कि उम्र लगभग 79 साल हो चुकी होगी भारत के राजनीति में यह उम्र कोई बड़ी उम्र तो नहीं है लेकिन भाजपा का इतिहास रहा है कि कोई भी प्रधानमंत्री उनका 75 साल के बाद प्रधानमंत्री का पद धारण नहीं किया।
इसीलिए लोग यह कयास लगाना शुरू कर दिए हैं की कौन प्रधानमंत्री बनेगा 2019 के चुनाव में ।
अगर एनडीए सत्ता में आती है तो संभावित प्रधानमंत्री के दावेदार-
- उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कि प्रमुख दावेदारी बन सकती है क्योंकि यह एक बड़े राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं
- गृह मंत्री अमित शाह भी इस रेस में आगे है इनका राजनीति पर मजबूत पकड़ है इसीलिए संभावना यह है कि अगर एनडीए सत्ता में आती है तो यह भी एक प्रमुख राजनेता के रूप में देखें जा सकते हैं।
- जयंत सिन्हा एक एनडीए की फेमस चेहरे हैं इनके भी बारे में एनडीए विचार कर सकती है ।
अगर विपक्ष सत्ता में आती है उनके प्रधानमंत्री के प्रमुख दावेदार-
- राहुल गांधी के अंदर राजनीति का अनुभव तो है लेकिन वह लगातार चुनाव हारने के कारण उनके ऊपर लोगों का विश्वास कम हो गया है।
- मल्लिकार्जुन खड़गे- खड़गे की इस पार्टी में अध्यक्ष हैं तो इनके बारे रे में भी कांग्रेस विचार कर सकती है लेकिन संभावना एकदम सीमित है।
- तेजस्वी यादव- तेजस यादव के पास राजनीति का काफी अनुभव है इसलिए कांग्रेस की सरकार के लिए ए भी प्रधानमंत्री के दावेदार हो सकते हैं
क्या कोई गैर राजनीतिक चेहरा देखने को मिल सकता है-
भारत में कई बार यह देखने को मिला है कि जिस चेहरे को हम और आप उम्मीद करते हैं उसे चेहरे की जगह हमें कोई नया चेहरा देखने को मिल जाता है जैसे हमें नरसिंह राव या मनमोहन सिंह का चेहरा देखने को मिला था ,
इसीलिए उम्मीद लगाई जा सकती है कि 2029 में भी शायद कोई काम चर्चित प्रधानमंत्री के रूप में देखने को मिल सकता है

जनता की भूमिका महत्वपूर्ण है–
2029 में 18 वर्ष से लेकर 35 वर्ष तक के काफी युवा हो जाएंगे तो मुद्दा जो संभावित बन सकता है,
- रोजगार
- शिक्षा
- डिजिटल इडिया
- क्लाइमेट चेंज
2029 के चुनाव में जो भी सरकारी इन मुद्दों पर ध्यान देगी उनका संभावना काफी बढ़ जाएगा सत्ता में आन की
सोशल मडिया-
अब चुनाव को जितने के लिए आपको मैदान पर ही प्रचार करने की जरूरत नहीं है आप सोशल मीडिया को मैनेज कर सकते हैं और लोगों को उनके हिसाब हिसाब की चीजों पर ध्यान रख सकते हैं सोशल मीडिया के जरिए आप जनसंपर्क में काफी मजबूत पकड़ बना सकते हैं जिससे आपको 2019 के चुनावों में काफी फायदा होगा

निष्कर्ष-
अभी यह कहना गलत होगा कि 2019 में यही राजनेता प्रधानमंत्री बनेगा लेकिन जो संभावित चेहरे हैं जैसे योगी आदित्यनाथ या गृह मंत्री अमित शाह कहां पर मुख्य दावेदारी होगी अगर एनडीए सत्ता में आती है तो ,
वहीं विपक्ष को भी यह चाहिए कि जन आकर्षक चेहरा पेश करें अगर ऐसा करता है तो नया राजनीति देखने को मिल सकता है।